लिखिए अपनी भाषा में

SCROLL

FREE होम रेमेडी पूछने के लिए फ़ोन करें 09414989423 ( drjogasinghkait.blogspot.com निशुल्क - मनोरंजन हेतू ब्लोग देखे atapatesawaldrkait.blogspot.com निशुल्क - myphotographydrkait.blogspot.com ) (१)व्यक्ति पहले धन पाने के लिए सेहत बरबाद करता है ,फिर सेहत पाने के लिए धन बरबाद करता है (२)अपने आप को बीमार रखने से बढ कर कोई पाप नहीं है (३)खड़े-खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की शिकायत ज़ल्दी होती है ,बैठ कर खाने- पीने से घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है (४)भोजन के तुरंत बाद पेशाब करने की आदत बनायें तो किडनी में तकलीफ नहीं होगी (५)ज़बडा भींच कर शौच करने /पेशाब करने से हिलाते हुए दांत/दाड़ पूरी तरहां से जम जाते हैं (६)महत्त्व इस बात का नहीं की आप कितना ऊँचा उठे हैं (तरक्की की ),महत्त्व इस बात का है की आपने कितने लोगों की तरक्की में हाथ बटाया(7)होम रेमेडी और भी हैं ,ब्लॉग विजिट करते रहें मिलते है एक छोटे से ब्रेक के बाद

कुल पेज दृश्य

फ़ॉलोअर

FLAG COUNTER

free counters

सोमवार, 11 अप्रैल 2011

वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है अच्छा विकल्प


वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है अच्छा विकल्प
कॅरियर गाइडेंस
खराब जीवन शैली से पैदा होने वाली बीमारियों और उनके बढ़ाव के चलते अब ज्यादा से ज्यादा लोग अलग-अलग संसाधनों का रुख कर रहे हैं, ऑल्टरनेटिव थैरेपी उन्हीं में से एक है।
स्र46 जहां तक पारंपरिक चिकित्सा की बात है तो यह रोग निदान, जांच और आपातकाल केयर में मॉडर्न चिकित्सा का मुकाबला नहीं कर सकती। हालांकि कुछ वैकल्पिक चिकित्सा पद्धितियां हैं जो संपूर्ण सेहत पर केंद्रित हैं और इनका असर व फायदे अच्छे रहे हैं, खासतौर पर डायबिटीज, ल्यूकोडर्मा, कैंसर, अर्थराइटिस और अस्थमा में। अब पूर्वी देश न सिर्फ इन पद्धिति को स्वीकार कर रहे हैं बल्कि अब वह समय आ गया है जब वैकल्पिक चिकित्सा पद्धिति को हेल्थ केयर की मुख्य धारा में लाया जा रहा है।

नैचरोपैथी

नैचरोपैथी को मोटे तौर पर इस तरह से समझा जा सकता है कि यह दवा रहित उपचार की पद्धिति है। इसमें प्रकृति के साधारण से नियमों का इस्तेमाल रोग उपचार में किया जाता है। इसके तहत संतुलित खान-पान, जीवन शैली, प्राकृतिक तकनीक का हाइड्रो थैरेपी, कोल्ड पैक, मड पैक में इस्तेमाल, शुद्धीकरण को अपनाना, स्नान करते हुए (पानी, तेल व सूर्य किरणों का मिश्रण) का उपयोग हो रहा है।

रैकी

रैकी का अभ्यास करने वाले मानते हंै जन्म से ही हमारे शरीर में ऊर्जा का एक स्तर मौजूद होता है, जो रोजमर्रा के कार्यों में खर्च होने लगता है। अगर ऊर्जा की पुन: पूर्ति कम और खर्च ज्यादा होता है तो व्यक्ति का स्वास्थ बिगडऩे लगता है। रैकी इसी पूर्ति-खर्च के संतुलन के साथ ही शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने का प्रयास करता है, इस पद्धिति में शरीर के सात चक्रों का उपयोग किया जाता है।

एरोमाथैरेपी

एरोमाथैरेपी वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली है जिसमें वॉलेटिल (वाष्पशील) पौधे की सामग्री जैसे एसेंशियल ऑइल्स और ऐरोमैटिक पदार्थों का उपयोग व्यक्ति के मूड, संज्ञानात्मक क्रिया व सेहत के अनुरूप किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि एसेंशियल ऑइल्स का उपचारात्मक योग संभव है।(bhasakar ke sabhar)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें