होम रेमेडी हार्ट-अटैक
हार्ट-अटैक होने की संम्भावना होने या हो जाने के बाद भी दूसरे-तीसरे
हार्ट अटैक से बचा जा सकता है .नुसका बेहद आसान है -पीपल के
तीन से पांच कोमल हरे पत्ते
लेकर एक गिलास पानी मैं उबालें ,
पानी आधा रहने पर छान कर भोजन के बाद सुबह-शाम पी लिया करे.कुछ
ही दिनों में आप सुधार महसूस करने लगेंगे बिलकुल ठीक होने तक
आप इसे जारी रख सकतें हैं .आपको लाभ होगा तो जन हित में दूसरों
को भी लाभ पहुंचाएं .
सन्दर्भ की फोटोकॉपी -
peepal ke patte |
हार्ट अटैक से बचने का यह तो बहुत आसान तरीक़ा है। डॉ0 साहब आपके इस तरीक़े की चर्चा दिनांक 19-07-2011 को मंगलवारीय चर्चा में चर्चा मंच पर भी होगी कृपया आप चार्चा मंच http://charchamanch.blogspot.com/ पर पधार कर अपने सुझावों से अवगत कराएं
जवाब देंहटाएंक्या इसका परीक्षण किया गया है या मात्र अनुभव और प्रयोग आधारित है. यदि परीक्षण किया गया है तो उल्लेख अवश्य करें कि यह लाभकारी क्यों, किस गुण के कारण होता है.
जवाब देंहटाएंVAH BAHUT HI SUNDAR JANKARI AAP KO
जवाब देंहटाएंलिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।
ये जानकारी तो पहली बार मिली है ... प्पेपल के पत्ते और दिल की बिमारी ...
जवाब देंहटाएंडॉ. जोगा सिंह जी,
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार. हृदय रोग जैसे मामले में निदान का सुझाव देते हुए एहतियात जरूरी होता है, क्योंकि यह जान पर भी आ सकता है. क्या किसी हृदय रोगी की आप जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं कि वह अन्य कोई इलाज या सर्जरी के बजाय पीपल के पत्तों पर निर्भर रहे और वह स्वस्थ्य हो जाएगा. मैंने आपसे यह भी निवेदन किया था कि पीपल के पत्ते में ऐसा क्या गुण है और वह हृदय रोग के निदान में क्यों, किस तरह लाभ पहुंचाता है, इसका विश्लेषण करें, अन्यथा ऐसा सुझाव घातक हो सकता है. आपने आशीर्वाद की बात कही है मैं स्वयं को इस योग्य नहीं मानता, लेकिन आपकी बात अगर सार्वजनिक, स्वास्थ्य संबंधी और वह भी जीवन से संबंधित है तो मैं कहूंगा कि इस मामले में आपने अच्छी तरह विश्लेषण-परीक्षण नहीं किया है और अगर किया है तो उसकी जानकारी आपकी पोस्ट में नहीं आई है. आपके और सभी पाठकों के स्वास्थ्य-कुशलता की कामना है.
पहली बार जाना.
जवाब देंहटाएंराहुल जी बातों का जवाब कौन देगा?
जवाब देंहटाएंमंत्र से बच्चा पैदा कराने जैसा काम क्यों कर रहे हैं?