लिखिए अपनी भाषा में

SCROLL

FREE होम रेमेडी पूछने के लिए फ़ोन करें 09414989423 ( drjogasinghkait.blogspot.com निशुल्क - मनोरंजन हेतू ब्लोग देखे atapatesawaldrkait.blogspot.com निशुल्क - myphotographydrkait.blogspot.com ) (१)व्यक्ति पहले धन पाने के लिए सेहत बरबाद करता है ,फिर सेहत पाने के लिए धन बरबाद करता है (२)अपने आप को बीमार रखने से बढ कर कोई पाप नहीं है (३)खड़े-खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की शिकायत ज़ल्दी होती है ,बैठ कर खाने- पीने से घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है (४)भोजन के तुरंत बाद पेशाब करने की आदत बनायें तो किडनी में तकलीफ नहीं होगी (५)ज़बडा भींच कर शौच करने /पेशाब करने से हिलाते हुए दांत/दाड़ पूरी तरहां से जम जाते हैं (६)महत्त्व इस बात का नहीं की आप कितना ऊँचा उठे हैं (तरक्की की ),महत्त्व इस बात का है की आपने कितने लोगों की तरक्की में हाथ बटाया(7)होम रेमेडी और भी हैं ,ब्लॉग विजिट करते रहें मिलते है एक छोटे से ब्रेक के बाद

कुल पेज दृश्य

फ़ॉलोअर

FLAG COUNTER

free counters

बुधवार, 13 जून 2012

फ्रिज में पड़ा खाना ज़हरीला तो नहीं...


फ्रिज में पड़ा खाना ज़हरीला तो नहीं...

 सोमवार, 11 जून, 2012 को 21:33 IST तक के समाचार
खाने को फ्रिज में रखना उसके सुरक्षित होने की शर्त नहीं
भोजन पर शोध करनेवाली एक संस्था का कहना है कि आर्थिक तंगी की स्थिति में लोग खाने-पीने के मामलों में ज्यादा जोखिम लेते हैं.
फूड स्टैंडर्ड एजेंसी नामक संस्था के शोध से ये पता चला है कि लोग अपने खाने को ज्यादा समय तक बचाकर पैसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
पूरे ब्रिटेन में 2000 व्यक्तियों पर किए गए शोध से ये जानकारी सामने आई है कि आधे से अधिक लोग बचे-खुचे खाने का बेहतर इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं.
यहां तक कि लोग खाना खराब होने की तिथि को भी नज़रअंदाज़ करते हैं और बचे हुए भोजन को लंबे समय तक फ्रिज में रख देते हैं.

सुरक्षा पहले

इस वजह से गर्मियों में फूड प्वायजनिंग यानि खाद्या विषाक्तता के मामले बढ़ जाते हैं क्योंकि गर्म मौसम में कीटाणु तेजी से फैलते हैं.
फूड स्टैंडर्ड एजेंसी में खाद्य विशेषज्ञ बॉब मार्टिन कहते हैं, ''पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा है कि भोजन का हमारा साप्ताहिक बिल बढ़ा है और अब हम ये कोशिश कर रहे हैं कि अपनी खरीदारी के बजट का किस तरह बेहतर से बेहतर इस्तेमाल कर सकें.''
" बचे-खुचे भोजन का बाद में इस्तेमाल करना दरअसल खाने को ज्यादा समय तक उपयोगी बनाने एक अच्छा तरीका है. लेकिन अगर हम सावधान नहीं रहें तो खाने के नुकसानदेह होने का खतरा बना रहता है."
एफएसए के मुताबिक एक तिहाई लोग भोजन को देखकर या सूंघ कर ये तय करते हैं कि वो खाने लायक है या नहीं वो ये नहीं देखते कि खाना कितना पुराना है.
"बचे-खुचे भोजन का बाद में इस्तेमाल करना दरअसल खाने को ज्यादा समय तक उपयोगी बनाने एक अच्छा तरीका है. लेकिन अगर हम सावधान नहीं रहें तो खाने के नुकसानदेह होने का खतरा बना रहता है"
बॉब मार्टिन
बॉब मार्टिन कहते हैं, ''अक्सर हम भोजन को सूंघ कर ये तय करते हैं कि वो खाने लायक है या नहीं लेकिन भोजन में पाए जाने वाले ई कोलाई और सालमोनेला जैसे सूक्ष्मजीवी खाने की महक को प्रभावित किए बिना उसे खतरनाक स्तर तक पहुंचा देते हैं. ऐसे में भोजन देखने और सूंघने में अच्छा लग सकता है लेकिन असल में वो खतरनाक होता है.''
एफएसए का कहना है कि बचे-खुचे भोजन को बिना समय बर्बाद किए फ्रिज में रख दिया जाना चाहिए और उसे दो दिन के भीतर खा लेना चाहिए और उसे तब तक पकाना चाहिए जब तक उससे गर्म भाप न निकलने लगे.
एक आंकड़े के मुताबिक इंग्लैंड और वेल्स में हर साल तकरीबन 70,000 लोग फूड प्वायजनिंग का शिकार हो जाते हैं.
भोजन के खराब होने के कई कारण बताए गए हैं जैसेकि उसे ठीक तरीके से न पकाना, उसे सही तरीके से न रखना और किसी बीमार या गंदे हाथों वाले व्यक्ति के संपर्क में आ जाना.
भोजन तैयार करने से पहले और बाद में हाथ सफाई से धोना, उसे सुरक्षित रखना और फ्रिज से निकालकर खाने से पहले उसे पर्याप्त गर्म करने से भोजन से जुड़ा जोखिम कम हो सकता है.

2 टिप्‍पणियां:

  1. डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)ji aapaka aabhaari hun ki aap punit kaam ki sarahana kar aashirwad dete hain.mere liye bahut badi baat hai sir thanxs

    जवाब देंहटाएं