आरोग्य हेतु हैल्थ टिप्स
पहला सुख निरोगी काया ,
दूसरा घर में हो माया ,
तीसरा सुलक्षणा नारी,
चौथा पुत्र आज्ञाकारी ,
पंचमं स्वदेश में वासा,
छटा राज में पासा ,
सातवां संतोषी जीवन ,
एसा हो तो धन्य है जीवन
व्यक्ति पहले धन पाने के लिए सेहत
बरबाद करता है,फिर सेहत पाने के
लिए धन बरबाद करता है
यदि हमारा खाना(दो बार )
और
और
जाना (शौच-दो बार )
दोनों टाइम ठीक है
दोनों टाइम ठीक है
तो समझो आप ठीक हैं
खाने से बेहतर है ,खाने को पचाना
शरीर को निर्बल रखने से
बढकर कोई पाप नहीं है
बढकर कोई पाप नहीं है
प्राकृतिक शरीर को
अप्राकृतिक वातावरण
बीमार करता है
बीमार करता है
प्राकृतिक शरीर को लम्बे समय तक
अप्राकृतिक उपचार ख़राब करता है.
medicine
से बचाना है तो
से बचाना है तो
MED
अपनायो
अपनायो
M=मेडिटेशन
E=एक्सरसाईज
D=डाईट
चखो चरो मत
चरो तो फरो(शौच)
ना फरो तो बीमारी से मरो
पञ्च तत्व का पुतला
पञ्च तत्व की पूर्ति से दूर रहेगा
तो तत्व की पूर्ति कैसे होगी ?
पञ्च तत्व की पूर्ति से दूर रहेगा
तो तत्व की पूर्ति कैसे होगी ?
शुभकामनाएँ
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और टिप्पणी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
जवाब देंहटाएंमुझे आपका ब्लॉग बहुत अच्छा लगा!
M=मेडिटेशन
E=एक्सरसाईज
D=डाईट
ये बात आपने बिल्कुल सही कहा है! बहुत ही बढ़िया, उपयोगी और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई!