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FREE होम रेमेडी पूछने के लिए फ़ोन करें 09414989423 ( drjogasinghkait.blogspot.com निशुल्क - मनोरंजन हेतू ब्लोग देखे atapatesawaldrkait.blogspot.com निशुल्क - myphotographydrkait.blogspot.com ) (१)व्यक्ति पहले धन पाने के लिए सेहत बरबाद करता है ,फिर सेहत पाने के लिए धन बरबाद करता है (२)अपने आप को बीमार रखने से बढ कर कोई पाप नहीं है (३)खड़े-खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की शिकायत ज़ल्दी होती है ,बैठ कर खाने- पीने से घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है (४)भोजन के तुरंत बाद पेशाब करने की आदत बनायें तो किडनी में तकलीफ नहीं होगी (५)ज़बडा भींच कर शौच करने /पेशाब करने से हिलाते हुए दांत/दाड़ पूरी तरहां से जम जाते हैं (६)महत्त्व इस बात का नहीं की आप कितना ऊँचा उठे हैं (तरक्की की ),महत्त्व इस बात का है की आपने कितने लोगों की तरक्की में हाथ बटाया(7)होम रेमेडी और भी हैं ,ब्लॉग विजिट करते रहें मिलते है एक छोटे से ब्रेक के बाद
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शुक्रवार, 24 जून 2011
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Drjoga Singh Kait Jogi
"जो कल तक मेरे बेटे थे,वो आज मेरे पडोसी हैं "
"जो कल तक मेरे बेटे थे,वो आज मेरे पडोसी हैं "
जिनको पाला पोसा,बड़ा किया
सोचा दुःख-सुख में साथ निभाएंगे
...
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19 June at 23:17
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Om Parkash Sirohiya
,
Dharampal Verma
,
Ramesh Sharma Bahia
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Mahendar Toksia
bilkul sahi hai....
19 June at 23:23
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Amar Bhati
WHAT A JOKE. AISI AULAD SE TO BAULAD JAYADA KUSH RAHTE HAIN.
19 June at 23:27
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Jay Bhargav
dr g tem tem g bat h.
19 June at 23:32
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Amar Bhati
KAISA HAI YE SAMA BDHANGA INSAN GHOOM RAHA HAI NANGA. KISI NE SAHI HI LIKHA HAI.
20 June at 00:12
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Chitra S. Beniwal
gurudev , aaj waqt hi aisa h ki kisi or ke baare me kuchh na kahe to behtar h .
20 June at 01:28
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Amritpal Amrit
बिल्कुल सही लिखा है आपने।
20 June at 06:47
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Rajaram Legha
jogi ji aajkal sanskar bhi nahi dete h hum apne bachcho ko sirf paisa kamane ke liye hi taiyar karte h hum apne bachcho ko esliye ye hall h
20 June at 07:20
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Drjoga Singh Kait Jogi
Ramesh Sharma Bahia, Prithvi Parihar, Ramesh Chandra Jangir ji thanx
20 June at 18:59
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Satyendra Kumar Sura
sir thanks for open our eyies for sanskar.
20 June at 21:23
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Mukesh Raghav
@ Rajaram Ji , Please read again., The pain of Father is reflecting in the poem.Pure kuen mein Bhang pari hae. Poem maein , there is no mention of money. Don't mind. Regards
20 June at 21:25
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Dharampal Verma
Dr. ji AGAR HUM UNKE PADOUSI NA HOTE TO AAJ YE BHI HUMARE PADOUSI KYON HOTE ??
Tuesday at 09:45
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Deendayal Sharma
ap kursi pr baithe kya kr rhe ho....?
Tuesday at 16:39
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Drjoga Singh Kait Jogi
heart atteak se bachane ki koshish kar raha hun sir
Tuesday at 17:40
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Harikishan Nayak
sahi hai ji.... halat vastav me aise hi ban gaye hai....
1 टिप्पणी:
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
शुक्रवार, जून 24, 2011 9:17:00 pm
बहुत खूब!
--
टिम-टिम करते गुरू गगन में
चाँद बने बैठे चेले हैं!
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बहुत खूब!
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टिम-टिम करते गुरू गगन में
चाँद बने बैठे चेले हैं!