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FREE होम रेमेडी पूछने के लिए फ़ोन करें 09414989423 ( drjogasinghkait.blogspot.com निशुल्क - मनोरंजन हेतू ब्लोग देखे atapatesawaldrkait.blogspot.com निशुल्क - myphotographydrkait.blogspot.com ) (१)व्यक्ति पहले धन पाने के लिए सेहत बरबाद करता है ,फिर सेहत पाने के लिए धन बरबाद करता है (२)अपने आप को बीमार रखने से बढ कर कोई पाप नहीं है (३)खड़े-खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की शिकायत ज़ल्दी होती है ,बैठ कर खाने- पीने से घुटनों का दर्द ठीक हो जाता है (४)भोजन के तुरंत बाद पेशाब करने की आदत बनायें तो किडनी में तकलीफ नहीं होगी (५)ज़बडा भींच कर शौच करने /पेशाब करने से हिलाते हुए दांत/दाड़ पूरी तरहां से जम जाते हैं (६)महत्त्व इस बात का नहीं की आप कितना ऊँचा उठे हैं (तरक्की की ),महत्त्व इस बात का है की आपने कितने लोगों की तरक्की में हाथ बटाया(7)होम रेमेडी और भी हैं ,ब्लॉग विजिट करते रहें मिलते है एक छोटे से ब्रेक के बाद

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शनिवार, 11 जून 2011

short story(badala)

लघुकथा (बदला)
हे मानव तूने मुझे जनम दिया,
पाला पोसा ,बड़ा किया ,
मैं तेरे पर बहुत ही खुश था,
लेकिन ये क्या ?
बड़ा होते ही तूने मुझे
जड़ से उखाड़ लिया
मैं निहत्था  क्या कर सकता था ? 
ये मानव तूने मुझ पर छुरी चलायी
मेरे छोटे-छोटे टुकड़े कर दिए 
मैं तेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता था 
फिर भी मन में बहुत गुस्सा था
बदला लेने की इच्छा थी 
तेरी करनी का फल देना था 
इसलिए मैंने अपनी गंध से तुम्हें 
जार-जार रोने को बाध्य कर दिया 
फिर भी इंसान  को समझ नहीं आयी
इसीलिए ये बदला 
सदियों से चला आ रहा है 
पहचाना मुझे ???
नहीं ना 
मैं हूँ प्याज ????????????????????


2 टिप्‍पणियां:

  1. डॉ. जोगा सिंह जी , मानव की फितरत ही है , उसे उखार फेंकने की , इसमें मानव का स्वार्थ कितना बड़ा छीपा है . हे मानव !! अपने स्वार्थ के खातिर तूं किसे भी उखार फ़ेंक सकता है .

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